जीविका दीदी के सहयोग से जिले में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान होगा मजबूत

  • फाइलेरिया उन्मूलन व स्कूलों से ड्राप आउट रेट को कम करने में दीदी करेंगी सहयोग

अररिया, 01 अप्रैल। जिले में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को सफल बनाने के लिये जरूरी पहल की जा रही है। अभियान को अधिक प्रभावी व सफल बनाने के उद्देश्य से अब जीविका दीदियों का सहयोग लिया लिया जायेगा। जीविका समूह की दीदी अब समुदाय स्तर पर फाइलेरिया के संभावित मरीजों को चिह्नित करने व उन्हें उपलब्ध चिकित्सकीय इंतजाम का लाभ उपलब्ध कराने में अपनी सक्रिय भागीदारी निभायेंगी। वहीं जीविका दीदी संबंधित अपने पंचायत के सभी बच्चों का नजदीकी सरकारी विद्यालयों में नामांकन सुनिश्चित कराने में अपना अह्म योगदान देंगी। ताकि ग्रामीण इलाकों में बेहतर शैक्षणिक माहौल के निर्माण के साथ-साथ जीरो ड्राप आउट संबंधी लक्ष्य हासिल किया जा सके।

धामा पंचायत में समूह के दीदियों की हुई विशेष बैठक

फाइलेरिया उन्मूलन अभियान व जीरो ड्राप आउट संबंधी लक्ष्य की प्राप्ति के उद्देश्य से मंगलवार को जिले के रानीगंज प्रखंड धामा पंचायत में जीविका समूह के दीदियों की विशेष बैठक आयोजित की गयी। स्वास्थ्य विभाग की सहयोगी संस्था पीरामल फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित बैठक में पंचायत में संचालित सभी जीविका समूह की दीदियों ने भाग लिया। इसमें फाइलेरिया मरीजों को चिह्नित कर उन्हें जरूरी चिकित्सकीय मदद उपलब्ध कराने, मरीजों के बीच एमएमडीपी किट व विकलांगता प्रमाणपत्र उपलब्ध कराने के प्रति जीविका दीदियों को प्रेरित किया गया। वहीं जीविका समूह की दीदियों को पंचायत के सभी बच्चों का नामांकन नजदीकी स्कूल में सुनिश्चित कराने खासकर आठवीं पास छात्र-छात्राओं का नामांकन नवमीं कक्षा में कराने पर विशेष जोर दिया गया।

दीदियों के सहयोग से अभियान को मिलेगी मजबूती

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह ने बताया कि जीविका दीदियों के सहयोग से जिले में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को मजबूती मिलेगी। ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता फैलाने में अब तक जीविका दीदियों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही है। फाइलेरिया उन्मूलन अभियान से जीविका दीदियों के जुड़ने से संभावित रोगियों को चिह्नित करने व उन तक जरूरी चिकित्सकीय सेवाओं का लाभ उपलब्ध कराने के साथ-साथ सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उन तक पहुंचाना आसान होगा। वहीं ग्रामीण इलाकों में शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार के साथ-साथ स्कूल से ड्राप आउट रेट को भी नियंत्रित किया जा सकेगा।

दीदियों के सहयोग से दोनों अभियान होगा सफल

सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने कहा कि जीविका दीदी अब तक जिस अभियान से जुड़ी हैं। वहां बेहद सकारात्मक नतीजे दिखे हैं। कुपोषण के खिलाफ जारी जंग हो या फिर कोरोना टीकाकरण अभियान इसमें दीदियों की भूमिका महत्वपूर्ण साबित हुई है। अब उन्हें फाइलेरिया उन्मूलन अभियान का सफल संचालन व स्कूलों से छात्रों के ड्राप आउट रेट को नियंत्रित करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गयी है। नि:संदेह दीदियों के सक्रिय सहयोग से दोनों अभियान बेहद सफल व प्रभावी साबित होंगे।

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