- स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता की जांच के दौरान सुधार का दिया निर्देश
वीरेंद्र चौहान, किशनगंज, 01 अप्रैल ।
सिविल सर्जन डॉ. मंजर आलम ने बहादुरगंज प्रखंड के दुर्गापुर गांव में कालाजार छिड़काव कार्य का निरीक्षण किया। साथ ही, APHC रुपनी और HWC रुपनी का औचक निरीक्षण भी किया, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को सुनिश्चित किया जा सके।
बहादुरगंज प्रखंड के दुर्गापुर गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा कीटनाशक दवा का छिड़काव किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य बालू मक्खी के प्रकोप को समाप्त कर कालाजार को जड़ से खत्म करना है। सिविल सर्जन ने मौके पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देश दिए कि छिड़काव का कार्य वैज्ञानिक मानकों के अनुसार पूरी सतर्कता से किया जाए।
उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे छिड़काव के दौरान दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें और स्वास्थ्य टीम को पूरा सहयोग दें।
सिविल सर्जन ने स्वास्थ्य केंद्रों की जांच के दौरान दवा भंडारण, टीकाकरण, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं, एवं आपातकालीन सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देश दिया कि रोगियों को समुचित सेवाएं सुनिश्चित की जाएं और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कालाजार के मरीजों का सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज और सरकार द्वारा मरीजों को 7100 रुपये देने की जानकारी देते हुए सिविल सर्जन की अपील की कि जिले को कालाजार मुक्त बनाने में सभी लोग सहयोगदें।
सिविल सर्जन डॉ. मंजर आलम ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि कालाजार जैसी घातक बीमारी को जड़ से समाप्त करने के लिए हर नागरिक का सहयोग जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम आपके गांव और घरों में आकर छिड़काव कर रही है, इसलिए कृपया इस अभियान में पूरा सहयोग करें। अगर किसी को कालाजार के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पताल में जांच करवाएं। समय पर इलाज से इस बीमारी को पूरी तरह खत्म किया जा सकता है।”
कालाजारमुक्त जिला बनाने का संकल्प
इस निरीक्षण और छिड़काव अभियान के दौरान गांव के लोगों ने स्वास्थ्य विभाग की इस पहल की सराहना की और पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है कि जल्द से जल्द किशनगंज को कालाजार मुक्त जिला घोषित किया जाए। इसके लिए जनता और प्रशासन को मिलकर काम करना होगा, ताकि यह अभियान सफल हो।